Description
Vedic
MADHUNASHINI
Powder
Vedic MADHUNASHINI Powder
115
19-0
100% ORGANIC
GMP
1 – Vedic is trust of health=
धुनाशिनी पाउडर
मधुमेह रोग का दुष्परिणाम : आधुनिक समय में मधुमेह एक आम बीमारी बनती जा रही है। पूरे संसार तथा भारत में मधुमेह रोगियो की संख्या तेजी से बढ़ रही है यह दीर्घकालीन रोग एक धीमी मौत की तरह रोगी के गुर्दों को नष्ट कर देता है। हृदय रोग, कोमा की अवस्था तथा गैंग्रीन रोग भी इसी की देन है। वैसे इसका स्थायी इलाज आयुर्वेद है। वैदिक मधुनाशिनी पाउडर द्वारा रोगको पूरी तरह नियंत्रित किया जा सकता है। प्राकृतिक जड़ी-बूटियों के द्वारा निर्मित महा औषधि है ये कैप्सूल मूत्र एवं शर्करा को नियंत्रित करता है पेशाब अधिक होना, थकान महसूस होना, अत्यधिक प्यास लगना जैसे कष्ट दूर होते है। मधुमेह के कारण गिरती शारीरिक अवस्था को रोकता है। इसका मुख्य कार्य अग्राशय में पैदा हाने वाली इंसुलीन की मात्रा को बढ़ाना है जो की मधुमेह का मुख्य कारण है। प्राकृतिक औषधीय घटकों को एक नियत अनुपात में मिलाकर इस औषधि को इस प्रकार तैयार किया गया है जिससे इसका को भी दुष्प्रभाव न हो इसीलिए वैदिक मधुनाशिनी पाउडर पूर्णतया हानी रहित एवं सुरक्षित है। प्रयोग: 5 ग्राम पाउडर सुबह खाना खाने से 15-20 मिनट पहले और शाम को खाना खाने के बाद उपयोग करें।
Composition: Each 50 gm. Powder
Methi
Gudmar
10.00 gm. 10.00 gm.
Jamun Guthli
1000 gm.
10.00 gm.
2.50 gm.
2.50 gm. 2.00 gm.
1.00 gm.
Amla
Karela
Indrayan Bel Patra
Sat Giloi Sudh Shilajeet
Suvarn Bhang
Dosage:
1.00 gm. 1.00 gm.
5gm. (One full tea spoon) twice a day with fresh water 15-20 minute before meal and one capsule per day in the evening after meal or as directed by the physician.
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